
मार्च 2017 में एनएच 74 के 400 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था उस वक्त के एडीएम प्रताप शाह ने ऊधमसिंहनगर की सिडकुल चौकी में एनएचएआई के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही सात तहसीलों के तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था जिसपर लगातार जांच चल रही थी इसी को लेकर आज पीसीएस अधिकारी डीपी सिंह के आवास पर ईडी ने छापेमारी की है ये छापेमारी डीपी सिंह के राजपुर रोड स्थित देहरादून में आवास पर की गई हैं।
एनएच 74 घोटाले में मुख्य आरोपी रहे पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह समेत आठ आरोपियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल किए थे उसी को लेकर लगातार इस तरह की कार्यवाही ईडी के द्वारा की जा रही है।

नेशनल हाइवे 74 पर हुए इस घोटाले में दो आईएएस और पांच पीसीएस अफसर निलंबित किए गए थे और इस पूरे प्रकरण में अब तक 30 से ज़्यादा अधिकारी, कर्मचारी, दलाल और किसानों को जेल जाना पड़ा था। घोटाले के आरोप में तत्कालीन एसएलओ और पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह को मुख्य आरोपी बनाया था और इन्हीं के आवास पर आज ईडी द्वारा कार्यवाही की गई है सुबह सवेरा से ही ये कार्यवाही जारी है।
आपको बता दे कि तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस घोटाले की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया था और इसमें दोषी लोगों के खिलाफ़ तभी से कार्यवाही शुरू हो गई थी। इस प्रकरण में डीपी सिंह 14 महीने तक जेल में रहे थे और एसआईटी की जांच में यह घोटाला 400 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का पाया गया। वर्ष 2019 में एसआईटी ने आरोपपत्र भी दाखिल किया और दिनेश प्रताप समेत कई अधिकारियों और किसानों के खिलाफ आरोप भी तय हुए। इस बीच घोटाले की जांच के बाद ईडी भी सक्रिय हुई। ईडी ने अपनी जांच के दौरान अधिकारियों और किसानों की करोड़ों रुपयों की संपत्ति को संबद्ध किया। इस पूरे प्रकरण में ईडी ने इसमें संलिप्त लोगो को संपतियों को अटैच करने का काम भी किया है।