
देहरादून। आमतौर पर लोगों ने सरकारी अस्पतालों में मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नकारात्मक धारणा बनाई हुई है लेकिन हक़ीक़त इसके बिल्कुल विपरीत है जिसका जीता जागता उदाहरण एक मरीज़ के द्वारा दून अस्पताल के नेत्र विभाग की यूनिट 2 टीम के लिए लिखा गया पत्र है जिसमें एडवांस कैटरेक्ट के सफ़ल ऑपरेशन के बाद पेशेंट ने दून के नेत्र विभाग और अस्पताल की जमकर तारीफ़ की ये पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और राज्य में चारों तरफ़ राजकीय दून मेडिकल कॉलेज की जमकर तारीफ़ हो रही है।
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले के नगीना शहर के खुर्शीद अहमद जो कि अतिपरिपक्व मोतियाबिंद (Hypermature cataract) से पीड़ित थे. यह मोतियाबिंद का सबसे गंभीर और उन्नत चरण है, जहाँ आँख का लेंस अत्यधिक घना, कठोर और मोती जैसा सफेद हो जाता है इस अवस्था में गंभीर दृष्टि हानि होती है, जो इतनी बढ़ सकती है कि व्यक्ति सिर्फ उंगलियों को गिनने तक देख पाता है इस स्थिति में मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां हो तो जटिलताओं का खतरा भी बढ़ जाता है और सर्जरी अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। इन सभी चुनौतीयों के बाद भी राजकीय दून मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के यूनिट 2 हैड प्रोफेसर डॉ सुशील ओझा और उनकी टीम ने मरीज का अत्याआधुनिक तकनीक Micro Incision Cataract Surgery(MICS) के द्वारा सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया ,आमतौर पर ये सर्जरी कारपोरेट अस्पतालो मे ऊँची कीमत पर की जाती है।
सफ़ल ऑपरेशन होने के बाद खुर्शीद अहमद ने अस्पताल के नेत्र विभाग के लिए एक प्रशस्ति पत्र लिखा जिसमें उन्होंने अस्पताल के नेत्र विभाग के डॉक्टर्स प्रोफेसर डॉ सुशील ओझा, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नीरज सारस्वत और डॉ सायमा के साथ सभी की जमकर तारीफ़ की। डॉ ओझा ने सर्जरी के दौरान मौजूद रही यूनिट 2 के सभी डॉक्टर्स जिनमें डॉ नीरज सारस्वत, डॉ दुष्यन्त उपाध्याय, डॉ नितेश, डॉ सायमा, और डॉ वंशिका को भी उनके काम को लेकर बधाई दी।
इस मौके पर प्रोफेसर डॉ सुशील ओझा ने कहा कि मरीज़ का सेटिस्फेक्सेशन डॉक्टर्स को हौंसला देता है और जिस प्रकार से इनके द्वारा पत्र लिखा गया है ये सभी डॉक्टर्स को मोटिवेट करता है पत्र को देखकर प्रोफेसर डॉ ओझा और उनकी टीम को अस्पताल की प्राचार्य डॉ गीता जैन,एमएस डॉ आर एस बिष्ट, और डिप्टी एमएस डॉ एन एस बिष्ट ने बधाई दी है वहीं इस मौके पर प्रोफेसर डॉ सुशील ओझा ने जीडीएमसी की प्राचार्य, एमएस ओर डिप्टी एमएस को धन्यवाद दिया।
