
देहरादून आदिल पाशा। राजधानी के राजकीय दून अस्पताल के मेडिसिन विभाग में ओपीडी में रिकॉर्ड मरीज़ आ रहे है और ज़्यादातर मेडिसिन विभाग में हेपेटाइटिस और टाइफाइड के मामले ज़्यादा आ रहे है इसको लेकर दून अस्पताल के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कुमार जी कॉल ने बताया कि बारिश के मौसम में वेक्टर बोर्न संबंधित बीमारियां ज़्यादा होती है जिसमें डेंगू, मलेरिया चिकनगुनिया और दूसरी बीमारियां शामिल है। लोगों के द्वारा रखा हुआ गंदा खाना खाने या गंदा पानी पीने से टाइफाइड, हेपिटाइटिस और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बासमरिया हो जाती है।

डॉ कॉल ने बताया कि बरसाती मौसम में ह्यूमिडिटी के कारण चमड़ी में फंगल इन्फेक्शन जैसे रोग भी हो जाते है जिन्हें रिंग वॉर्म भी कहते है इसलिए इस मौसम में लोगों को एहतियात बरतने की बहुत ज़रूरत है।
इन बीमारियों के लक्षण
डेंगू के लक्षणों को थ्री फेस में देखा जाता है।
फर्स्ट फेस इस फेस में लोगो को बुखार, सर दर्द, बदन दर्द होता है और आंखों में जलन के साथ लोवर बैक पेन की शिकायत होती है जैसे ही किसी में इस प्रकार के लक्षण हो तो तुरंत अपने चिकित्सक से सलाह ले।
क्रिटिकल फेस ये डेंगू का दूसरा फेस होता है इसमें बीपी कम हो जाना,शरीर से खून का बहना जिसे हेमरेज भी कहते है और प्लेटलेट्स कम हो जाना शामिल है ये फेस 5 से 7 दिन रहता है।
रिकवरी फेस इसके बाद रिकवरी फेस शुरू होता है जब इन बीमारियों का इलाज शुरू हो जाता है तो मरीज धीरे धीरे रिकवर करना शुरू कर देता है।
इन बीमारियों से कैसे बचे।
डॉ कुमार जी कॉल ने इन बीमारियों से बचने के लिए लोगो को फ्रेश फूड ,फ्रेश वेजिटेबल, फ्रेश फ्रूट्स खाने की सलाह दी है इसके साथ साथ लोगो को अपनी इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए विटामिन बी, विटामिन सी के साथ साथ हर्बल टी को भी लेना चाहिए। साथ ही लोगो को इस मौसम में बाहर के खाने को पूरी तरह अवॉइड करना चाहिए इसके साथ साथ सोते समय मॉस्किटो नेट और फुल बाजू के कपड़ों का इस्तेमाल करे।
