
उत्तरकाशी।उत्तराखंड मीडिया जगत के पत्रकार राजीव प्रताप की मौत पर अभी भी रहस्य बना हुआ है राजीव की पत्नी ने अपहरण के बाद हत्या की आशंका जताई है और राज्य सरकार से सीबीआई जांच की मांग की है।
आपको बता दे कि राजीव प्रताप एक सुलझे हुए पत्रकार थे उन्होंने आईआईएमसी दिल्ली से पत्रकारिता की पढ़ाई की और जनसरोकार से जुड़े मुद्दों को हमेशा उन्होंने उठाने का काम उन्होंने किया था। 18 सितंबर की रात से स्वतंत्र पत्रकार राजीव लापता हो गए थे और 28 तारीख को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने जोशियाड़ा बैराज से उनका शव बरामद किया था।
डीजीपी ने उत्तरकाशी के पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी जांच
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने उत्तरकाशी के पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया है आपको ये भी बता दे कि राजीव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए विभागों के भ्रष्टाचार उजागर करने का काम करते थे लोगो का ये भी मानना है कि अपनी स्वतंत्र और बेबाक पत्रकारिता के चलते राजीव को किसी ने निशाना बनाया है जिसकी गुत्थी सुलझाने में उत्तरकाशी पुलिस लगी हुई है।