
देहरादून ।उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में देवभूमि की आस्था की रक्षा हेतु देवभूमि उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर और मूल स्वरूप को सुरक्षित बनाए रखने के उद्देश्य से, ऑपरेशन कालनेमि राज्यभर में सफलता प्राप्त कर रहा है इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त वैधानिक कार्यवाही करना है, जो अपनी वास्तविक पहचान छिपाकर समाज में घुलमिलकर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे थे और ठगी, धोखाधड़ी एवं धर्मान्तरण जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे थे।

आज राजधानी देहरादून में, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड आनन्द भरणे ने प्रेस से बात करते हुए “ऑपरेशन कालनेमि”के दौरान अब तक की गयी कार्यवाही एवं अभियान की उपलब्धियों के संबंध में विस्तार से बताया।
ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस की उपलब्धियाँ
उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा प्रदेश में इस अभियान के तहत 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया गया है इनमें से 14 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है इसमें कुल 1182 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लायी गयी है आपको बता दे कि बड़ी संख्या में संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों की जाँच, ठगी से जुड़े मामलों का पर्दाफाश और बाहरी तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया गया है।
जिलावार कार्यवाही
उत्तरकाशी – 167
टिहरी – 299
चमोली — 90
रुद्रप्रयाग– 82
पौड़ी – 206
देहरादून -922
हरिद्वार -2704
अल्मोड़ा – 64
बागेश्वर -115
चंपावत -34
पिथौरागढ़ – 168
नैनीताल – 463
उधम सिंह नगर – 167
इस अभियान का प्रभाव विशेषकर उन जिलों में अधिक देखा गया है, जहाँ बाहरी तत्वों की सक्रियता की सूचना प्राप्त हुई थी इसमें हरिद्वार जिले में अब तक 2704 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और उनमें से 3 को गिरफ्तार किया गया।
देहरादून जिले में 922 व्यक्तियों का सत्यापन और 5 गिरफ्तारियां की गईं।इसके अलावा टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और अन्य जिलों में भी पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है।
ऑपरेशन कालनेमि” ने समाज में सकारात्मक संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बख्शने के पक्ष में नहीं है, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करता है। उत्तराखण्ड पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है कि देवभूमि की पवित्र छवि अक्षुण्ण बनी रहे। इस दिशा में प्रदेश के प्रत्येक जिले में सतत निगरानी और सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। ऑपरेशन कालनेमि” के माध्यम से पुलिस का यह संदेश स्पष्ट है कि समाज और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।